ह्रदय रोग ,कैंसर और मधुमेह जैसी घातक और खर्चीली बीमारियों में लगने वाली
दवाइयों को पूरे देश में टैक्स -फ्री कर देना चाहिए . या फिर सरकारी-गैर
सरकारी दोनों तरह के अस्पतालों में इनके मुफ्त इलाज की अनिवार्य व्यवस्था
होनी चाहिए .बीमारी से ज्यादा तो इनके इलाज का खर्चा मरीज के प्राण निकालने
को तैयार रहता है. गरीब ,निम्न मध्यम और मध्यम वर्गीय परिवारों में
दुर्भाग्य से अगर किसी को ऐसी कोई बीमारी हो जाए तो उस परिवार की आर्थिक
हालत एक न एक दिन दयनीय हो जाती है.
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